सिन्हा ने राजनीतिक दलों से मिल बैठकर बातचीत करने एवं समाधान निकालने की अपील करते हुए कहा कि देश को तोड़ने की बात करने वालों और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से अराजकता पैदा करने के प्रयास करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नयी दिल्ली। राज्यसभा में भाजपा के एक सदस्य ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने की आड़ में कथित तौर पर देश को तोड़ने की बात करने वालों और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों से अराजकता पैदा करने के प्रयास करने वालों पर कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग शुक्रवार को उठाई। सीएए का मुद्दा उठाते हुए उच्च सदन में शून्यकाल के दौरान भाजपा के आर के सिन्हा ने कहा ‘‘संसद के दोनों सदनों में सीएए संबंधी विधेयक को बहुमत से पारित किया गया और कानून बनने के बाद इसे लागू किया गया। कई जगहों पर इसका विरोध किया गया।’’सिन्हा ने कहा ‘‘विरोध पर कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है और ऐसे विरोध का स्वागत भी है।’’ उन्होंने कहा ‘‘लेकिन देखने को मिला कि विरोध की आड़ में देश को तोड़ने के नारे लगाए गए और राष्ट्र विरोधी गतिविधियां हुईं। ऐसे हालात पैदा किए गए कि अराजकता की स्थिति बन जाए। यह चिंताजनक है। ऐसा कदापि नहीं होना चाहिए।’’